विनेश पुथुर की कहानी एक अद्भुत प्रेरणा है। एक साधारण परिवार में जन्मे विनेश को बचपन से ही कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, लेकिन विनेश की क्रिकेट के प्रति जुनून और लगन ने उन्हें कभी हार नहीं मानने दी।

एक छोटे से गाँव से ताल्लुक रखने वाले विनेश ने अपने पिता को परिवार के लिए कड़ी मेहनत करते देखा। उनके पिता एक दैनिक मजदूर थे जो दिन-रात मेहनत करके परिवार का पालन-पोषण करते थे।

उनकी माँ ने हर परिस्थिति में परिवार को एकजुट रखा। माता-पिता के प्रोत्साहन ने विनेश को अपने सपनों को पूरा करने की ताकत दी। उनकी कहानी यह साबित करती है कि परिवार का समर्थन किसी भी सफलता में अहम भूमिका निभाता है।

विनेश के शुरुआती दिनों में न तो बेहतर सुविधाएं थीं और न ही अच्छे कोचिंग सेंटर। वह धूल भरे मैदानों में सीमित संसाधनों के साथ अभ्यास करते थे

और कई बार अपने दोस्तों से क्रिकेट का सामान उधार लेते थे। लेकिन उनकी मेहनत और जज्बे ने धीरे-धीरे रंग दिखाया और उन्होंने स्थानीय टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

विनेश एक प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज हैं जो अपनी गति और स्विंग के लिए जाने जाते हैं। घरेलू क्रिकेट में उनकी निरंतरता ने चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया। दबाव में अच्छा प्रदर्शन करना उनकी खासियत बन गई।

विनेश की जिंदगी में बड़ा मोड़ तब आया जब उन्हें आईपीएल नीलामी में 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा गया।

यह क्षण न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गाँव के लिए जश्न का मौका था। एक ऐसा लड़का जिसने कभी क्रिकेट किट खरीदने के लिए संघर्ष किया था, आज करोड़ों में बिक रहा है।

विनेश केवल एक क्रिकेटर ही नहीं बल्कि एक प्रेरणा भी हैं। वह चैरिटी कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और जरूरतमंद युवाओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में मदद करते हैं।

उनका मानना है कि समाज को वापस देना और दूसरों की मदद करना बेहद जरूरी है।

उपलब्धियां और विरासत घरेलू क्रिकेट: कई टूर्नामेंटों में शीर्ष विकेट लेने वाले। आईपीएल: 3.2 करोड़ रुपये में खरीदे गए। पुरस्कार: खेल भावना और क्रिकेट में योगदान के लिए सम्मानित।

विनेश पुथुर की कहानी गरीबी से सफलता तक का सफर है जो यह साबित करती है कि यदि आप मेहनत और लगन से काम करते हैं तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता।