कौन सी बैटरी e रिक्सा में bast बैटरी है।, इ रिक्सा के लिए लिथियम और लेड एसिड बैटरी में अंतर
आज हम जानेंगे की e रिक्सा में कौन सी बैटरी best बैटरी है।जो e रिक्सा को ज्यादा लम्बे समय तक चलाएगी।
हम जानते है की e रिक्सा में दो तरह की बैटरी (लेड एसीड बैटरी या लिथियम आयन बैटरी)लगाई जा सकते है। आज हम उन बैटरियों के बारे में कुछ बाते बताएंगे। कि उनके क्या फायदे हैं, नुकसान हैं, कितना कीमत हैं,चार्जिंग , वौरेंटी, पॉल्युसन और रेंज की।
लिथियम आयन बैटरी(कौन सी बैटरी e रिक्सा में bast बैटरी है।):-
लिथियम आयन बैटरी छोटे-छोटे सेलो का एक समूह होता है। इसकी खासियत यह है कि इसका वजन बहुत कम होती है। जो हमारे e-रिक्सा के लिए बहुत अच्छी बात है। आइए इसके बारे में और कुछ जानते हैं।
चार्जिंग:-
लिथियम आयन बैटरी की जर्जिंग की बात करे तो यह 3 से 4 घंटे में full charge हो जाती हैं।
रेंज:-
रेंज की बात करे तो लिथियम बैटरी की रेंज 80 से 100 किलोमीटर एक चार्जिंग में चला सकती है।
वौरेंटी :-
लिथियम बैटरी की वौरेंटी 3 या 5 साल तक की होती है।
सर्विस:-
सर्विस की बात करे तो लिथियम बैटरी में नाही बार बार पानी चेक करना पड़ता है और नही कार्बन साफ करना पड़ता हैं।
पॉल्युसन:-
पॉल्युसन की बात करे तो लिथियम बैटरी को जमीन से निकलने में जितना पॉल्युसन होता हैं जितना पानी वेस्ट होता है उतना लेड एसीड बैटरी में कभी नही होती हैं।
कीमत:-
लिथियम बैटरी की कीमत 80 हजार से 1 लाख एक बैटरी की होती हैं। एक लिथियम बैटरी ही काफी है e रिक्सा को चलाने के लिए ।
फायदा:-
- एक लिथियम बैटरी ही काफी है e- रिक्सा को चलाने के लिए।
- लिथियम बैटरी यदि खराब हो जाए तो पुरे बैटरी को बदलने की जरूरत नही है । लिथियम बैटरी सेलो से मिलकर बना है जो सेल खराब हो उसे बदल दे तो बैटरी फिर से नया हो जाएगा।
- लिथियम बैटरी कम समय में full charge हो जाती हैं।
- लिथियम बैटरी में न ही पानी चेक करना है और न ही कार्बन साफ करना पड़ता हैं।
- लिथियम बैटरी की लाइफ 5 साल या उससे ऊपर की होती है।
नुकसान:-
- लिथियम बैटरी आसानी से नही मिलती है।
- लिथियम बैटरी डिस्चार्ज होने पर तुरंत बाद बंद हो जाती है।
- यदि आप खराब लिथियम बैटरी बेचते हैं तो आपको खास पैसा नही मिलेगा। क्योंकि यदि सेल खराब हुआ है तो उसके अंदर का ग्रेफाइट खत्म हो चुका है तो वह ज्यादा पैसे का नही बिकेगा।
- अगर कुछ दिक्कत हो तो आप लिथियम बैटरी को निकल नही सकते हैं आपको मैकेनिक की जरूरत पड़ेगी।
लेड एसीड बैटरी(कौन सी बैटरी e रिक्सा में bast बैटरी है।):-
- लेड एसीड बैटरी लिथियम बैटरी की तुलना में अधिक backup देती है।
- चार्जिंग:-
- चार्जिंग की बात करे तो यह 8 से 9 घंटे में full charge हो जाती है।
- रेंज:-
- लेड एसीड बैटरी की रेंज 80 से 100 किलोमीटर तक की दूरी तय करती है।
वौरेंटी:-
- लेड एसीड बैटरी की वौरेंती 6 या 9 महीने तक की होती है।
- सर्विस:-
- लेड एसीड बैटरी में पानी चेक करना पड़ता है और कार्बन भी साफ करना पड़ता है। पानी बाहर आ रहा है या नही उसका भी ध्यान रखना पड़ता है।
पॉल्युसन:-
पॉल्युसन की बात करे तो यह लिथियम बैटरी से बहुत कम पॉल्युसन करती है।
कीमत:-
लेड एसीड बैटरी आपको 32 हजार की पड़ेगी। यदि आप अपनी पुरानी बैटरी देते है तो 22 हजार की पड़ेगी।लेकिन 22 हजार की पड़ रही है तो यदि 6 महीने की वौरेंटी हो और 6 महीने में ही खराब हो गई। यदि 3 साल की बात करे तो आप 6 बार बैटरी बदलेंगे। जो आपको 1 लाख 20 हजार से भी ऊपर की पड़ेगी।
फायदा:-
- लेड एसीड बैटरी आसानी से दुकानों पर मिल जाती है।
- लेड एसीड आप आसानी से निकल सकते हैं। आपको मैकेनिक की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
- लेड एसीड बैटरी डिस्चार्ज होने पर 5 या 6 किलोमीटर तक चल सकती है।
- यदि आप खराब लेड एसीड बैटरी बेचते हैं तो आपको 10 हजार तक का डिस्काउंट मिल सकता हैं।
नुकसान:-
- एक e रिक्सा में 4 लेड एसीड बैटरी का प्रयोग होता हैं जिसके कारण e रिक्सा का वजन भारी हो जाता हैं। यदि आप अधिक पैसेंजर बैठाते हैं तो मोटर व कंट्रोलर गर्म हो जाएगा और उनके जलाने की संभावना अधिक हो जाती हैं।
- लेड एसीड बैटरी की लाइफ 6 महीने या साल भर की होती हैं।
- लेड एसीड बैटरी में समय समय पर पानी चेक करना पड़ता हैं और कार्बन भी साफ करना पड़ता हैं। ये भी देखना पड़ता है की कही पानी बाहर तो नही आ रहा हैं। यदि पानी बाहर चेसी पर गिरेगा तो चेसी खराब हो जाएगी। e रिक्सा का मेन पार्ट चेसी होता है।
- लेड एसीड बैटरी आपको 32 हजार की पड़ेगी। यदि आप अपनी पुरानी बैटरी देते हैं तो आपको 22 हजार की पड़ेगी।लेकिन इसकी लाइफ 6 महीने की होती है यदि ये 6 महीने में ही खराब हो जाती हैं यदि 3 साल की बात करे तो आप 6 बार बैटरी बदलेंगे जो आपको 1 लाख 20 हजार से भी ऊपर का पड़ेगा।
मेरे हिसाब से तो लिथियम बैटरी वाला e रिक्सा लेड एसीड बैटरी वाले e रिक्से से बढ़िया है।