प्याज की खेती कब और कैसे करें(pyaj ki kheti kab aur kaise kare) सभी प्रकार की जानकारी देंगे की खरीफ में प्याज की केती कैसे करें ,प्याज की खेती का समय तथा प्याज की खेती में कौन सा खाद डाले तथा प्याज की खेती से कितने प्रकार से फायदा उठा सकते है
प्याज की खेती से आप 3 तरीको से फायदा उठा सकते है
- प्याज को बोने का समय
- प्याज का बिज से पेड़ तैयार करना या नर्सरी तैयार करना
- प्याज की रोपाई के लिए खेत
- प्याज की रोपाई
- प्याज के लिए पानीप्याज में लगने वाले रोग
- प्याज का सागा
- प्याज में खर परवार से नियंत्रण
- प्याज का खानव तथा रख रखाव
प्याज की खेती कब और कैसे करें (Pyaj Ki Kheti Kab Aur Kaise Kare)
आज हम प्याज की खेती के बारे में सभी प्रकार की जानकारी देंगे की प्याज की खेती कैसे और कब करे | प्याज की खेती एक बहुत अच्छी खेती है | जिसमें आप कई तरीको से फायदा उठा सकते है प्याज की खेती में थोड़ी बहुत मेहनत वाली खेती है लेकिन आज के दौर में प्याज की खेती में बहुत फायदा है क्युकी प्याज हर घर में सालो साल प्रयोग में लाई जाती है |
- आप प्याज का बिज तैयार कर के उसे बेच कर
- प्याज का सागा बेच कर
- उसके बाद सुखी प्याज बेच कर |
प्याज की खेती कब और कैसे करें
प्याज की नर्सरी (संडा) तैयार करने के लिए हमें नवम्बर में ही इसके बिज छिडकाव कर देते है और लगभग 1 महीने बाद नर्सरी (संडा) तैयार हो जाता है लगभग नर्सरी 6 से 7 इंच की हो जाती है तब इसकि रोपाई की जाती है |
प्याज का बिज से पेड़ तैयार करना या नर्सरी तैयार करना
हमें प्याज की अच्छे किस्म का बिज बाजार से खरीद कर उसे एक दिन तक पानी में डाल कर भिगो देना चाहिये उसके बाद उसे बोर या किसी कपडे में बाध कर रखना है हमें तब तक बिज को खेत में नहीं डालन चाहिये जब तक की बिज हल्का अंकुरित न हो जय |
उसके बाद प्याज के बिज के लिए हमें आपने खेत को तैयार करना होगा हमें आपने खेत में गोबर की खाद डाल कर उसे 2-3 बार कोडना (जोतना) चाहिये फिर बाद में खेत को समतल कर एकदम बराबर कर देना चाहये उसके बाद हमें खेत में पानी भरना है
जब पानी खेत में सोख ले तब हमें बिज को खेत में बराबर छिट देना चाहिये उसके बाद हमें खेत में बिज को डपने के लिए ऊपर से भुरभुरी मिटटी छिड़क देना है जिसके कुछ दिनों में बिज जम जायेगा
उसी के साथ खेत में घास भी तैयार होती है उसके लिय लियोसिन नामक दवा का छिडकाव करे जो सिर्फ प्याज के लिए होती है जिससे घास सुख कर ख़त्म हो जाती है और प्याज नहीं सूखती | प्याज का बिज छिडकने के 1 महीने बाद आप का बिज तैयार हो जायेगा | हमें हमारे नर्सरी हमसा की देख रेख करनी चाहिये की कही उसमे कोई रोग तो नहीं लग रहा है |
प्याज की रोपाई के लिए खेत
प्याज की रोपाई के लिए हमें आपने खेत को 1 से 2 बार जोतवा कर कुछ दिनों ले लिये छोड़ देना चाहिये ताकि उस खेत के सभी खर पतवार नष्ट हो जाये और उसके बाद जब हमारा बिज तैयार हो जय तो हमें गोबर की खाद डाल देनी चाहिए हमें गोबर की खाद के लगभग एक हप्ते पहले ही टाईकोडर्मा मिला कर तोप देना चाहिये और उसके बाद खेत में डालना चाहिये
उसके बाद रोटावेटर से एक बार खेत को जतावा देना चाहिये ताकि उस खेत की मिटटी भुरभूरी हो जाये प्याज की रोपाई के लिए हमें आपने खेत को छोटी क्यारीयो में बाँट देना चाहिये और सभी क्यारियों को समतल कर देना चाहिये ताकि पानी भरने पर सभी जगह पहुच सके |
प्याज की रोपाई
हमें प्याज रोपने के लिए आपने क्यारी में एक पतली नाली (घुच्ची) 1 से 2 इंच गहरी बनानी चाहिये ताकि हम उसमे अपने प्याज के बिज को रोप सके | हमें बिज को 2 से 2.5 इंच की दुरी पर रोपना चाहिये उसके बाद हमें प्याज के बिज को तोप देना चाहिये
हमें प्याज की जड़ को हलकी मिटटी से ही तोपना चाहिये क्योकि प्याज का बिज जितना उपर होगा उतनी ही अच्छी प्याज होगी प्याज के बिज की दो या तिन जड़ भी मिटटी में लग जाएगी तो प्याज लग जाएगी | हमें फिर उसी प्रकार नाली बना कर प्याज के बिज को रोपना चाहिये और सभी नालियो की दुरी लगभग 2 से 3 इंच रखे |
प्याज के लिए पानी
प्याज रोपाई के बाद हमें दुसरे दिन ही हल्का पानी भर देना चाहिये पहली बार हमें पानी भरने से पहले पेंटा मैथलीन का छिड़काव कर देना चाहिये ताकि खेत में खर पतवार न उगे
पेंटा मैथलीन का छिडकाव रोपाई के 72 घंटे के अन्दर ही कर देना चाहिए | उसके बाद हमें नियमित हल्का पानी भरना चाहिये | प्याज तैयार होने से पहले हमें एक से दो बार युरिया या कोई जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिये | और फिर हमें नियमित समय पर पानी भरना चाहिये |
प्याज में लगने वाले रोग
प्याज में कुछ ही प्रकार के रोग लगते है जैसे प्याज की पत्तिया सिकुड़ कर गोलाकार हो जाती है तथा प्याज की पत्तिय पिली होने लगती है तथा प्याज की पत्तियो पर सफेद धब्बे होने लगते है
प्याज का सागा
प्याज का सागा हमें दो प्रकार से तैयार कर सकते है
(1) प्याज प्याज में जो प्याज जमने लगती है या जो प्याज छोटी होती है उन प्याजो को हम लाइन बना कर उसमे गाड दे और जब वो बड़ी हो जाये तो उसे उखाड़ कर बेच दे
(2) जब हम प्याज के नर्सरी की रोपाई करते है तब प्याज जब बड कर बड़ी हो जाती है तब हमें उसे उखाड कर बेच देना चाहिये | अगर आप प्याज चाहते है तो उसे छोड़ दे और वह जब सुख जय तो उसे खन ले |
प्याज में खर परवार से नियंत्रण
प्याज में खरपतवार से नियन्त्रण के लिये आप दावा का भी प्रयोग कर सकते है प्याज के लिए (लिओसिन) नामक स्पेशल दवा आती है नहीतो प्याज को कुदाल अथवा खुरपी से हल्का कोड दाना चाहिए जिससे प्याज की घास समाप्त हो जाएगी और प्याज की जड़ की मिटटी भी फोफर (हलकी) हो जाएगी जिससे प्याज का बढाव भी जादा होता है |
प्याज का खानव तथा रख रखाव
जब प्याज का पेड़ (डंठल) सूखने लगती है तब हमें पानी नहीं भरना चाहिये नहीतो पानी लगने से प्याज सड़ने की सम्भावना होती है प्याज हो खन के 1 से 2 दिन तक सुखाये जिससे प्याज में लगी मिटटी सुख कर ख़त्म हो जाये उसके बाद हमें प्याज को घर में किसी सूखे स्थान पे रखना चाहिय हमें प्याज को फैला के रखना चाहिए जहा पे नमी न लगे नहीतो प्याज सड़ने लगती है या जमने लगती है
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