< Phool Gobhi Ki Kheti Kab Kare || फूल गोभी से कमाये 4500 रूपये प्रति बिस्सा - KISHAN JAGRAN

Phool Gobhi Ki Kheti Kab Kare || फूल गोभी से कमाये 4500 रूपये प्रति बिस्सा

जाने फूलगोभी की खेती करने का छोटा बड़ा सभी तरीका वो भी खेत में नियमित प्रोयोग किये गये

हेल्लो दोस्तों आज हम आपको फुल गोभी की खेती की जानकारी देंगे की कैसे आप फुल गोभी की खेती कर लाखो या हजारो रूपये कमा सकते है

हम आपको गर्मी में Phool Gobhi Ki Kheti की जानकरी देंगे , फूल गोभी की खेती कब और कैसे करें? ,फूल गोभी की नर्सरी कैसे तैयार करें ,तथा फूल गोभी के रोग ,

Phool Gobhi Ki Kheti की जानकारी || बरसात में फूलगोभी की खेती

फुल गोभी की खेती एक बहुत ही अच्छी खेती है जिसे आप छोटे तथा बड़े पैमाने पे आसानी से कर सकते है हमें बाजार में फुल गोभी का बिज मिलेगा जो सरसों के जैसा होता है जिसे खरीद कर हम उसका पौधा बना कर उसे खेत में गाड़ते है और वो गोभी का फूल बन जाता है हम 1 बिस्से में लगभग 450 पेड़ गोभी लगा सकते है और अगर हमारी गोभी 10 रूपये प्रति पेड बिक रही है तो 4500 की हो जाएगी |

Phool Gobhi Ki Kheti के लिए बिज का चुनाव

फूल गोभी का आप हाइब्रिड बिज ही ख़रीदे वो भी मौसम के अनुसार अलग अलग मौसमो के लिए अलग अलग बिज होते है आप गोभी का बिज घर पर भी तैयार कर सकते है जब फूलगोभी काटने योग्य हो जाये तो उसे काटे न उसे फूलने दे वही फूल 1 से 1.5 महीनो में फल कर बिज बन जाता उसे सुखा कर अच्छे से रख दे जहा नमी ना रहे |

फूल गोभी की खेती कब और कैसे करें?

भारत में फूल गोभी की खेती ठंडी तथा गर्मी में की जाती है ठंडी में सितेम्बर – अक्टूबर से सुरु हो जाती है और गर्मी में फरवरी – मार्च के महीनो में गोभी का बिज डाला जाता है हो जाती तथा हम अब फूल गोभी की खेती बरसात में भी कर सकते है बरसात में फूल गोभी के खेती वही कर सकते है जहाँ मिटटी बलुई हो और पानी ना लगे | बरसात में फूलगोभी की खेती मई जून में फूलगोभी का बिज डाला जाता है |

  फूल गोभी की नर्सरी कैसे तैयार करें

कैसे फूलगोभी की नर्सरी तैयार करे और कैसे फूलगोभी की खेती करे

फूल गोभी के पेड़ को तैयार करने के लिए हमें छोटी छोटी क्यारी को तैयार कर के उसमे गोबर की खाद डाल के उसे कुदाल से कोड के खेत को समतल कर दे बिज को ज़माने के लिए दो तरीके है

(1) खेत को समतल करने के बाद उसे हल्का सा कुदाल से गोड (खभर) के मिला दे फिर खेत को समतल कर दे उसके बाद खेत में हल्का पानी भर दे |उसके बाद खेत में हल्का पानी भर दे ये तरीका आसान होता है लेकिन इसमें बिज बराबर नहीं जमती है ǀ

(2) खेत को समतल करने के बाद खेत में पानी भर दे उसके बाद गोभी के बिज को छिडक दे और उसके बाद जब पानी खेत से खतम (सुख) जाये

उसपर भुरभुरी मिटटी का छिडकाव करे भुरभुरी मिटटी का छिडकाव करने से बिज डक जाती है उसके बाद उसे छोड़ दे 3 से 4 दिन में बिज फुटकर बाहर आ जायेगा उसके बाद खेत में समय समय पे पानी भरे जब बिज पेड़ बनकर 6 से 7 इंच का हो जाये तब उसे उखाड़ के उसकी रोपाई करते है ǀ

गोभी की रोपाई के लिए खेत तैयार करे

गोभी की रोपाई के लिए हमें अपने खेत में गोबर की खाद दल के उसे 1 से 2 बार नौहरे से जोताई करे उसके बाद उसमे रोटावेटर से जोतवा दे ताकि खेत की मिटटी भुरभुरी हो जाये और खाद अच्छी तरह मिल जाये |

हमें गोभी को रोपने के लिए क्यारी बनानी पड़ेगी हमें लगभग 12 से 13 फुट चौड़ाई हो तथा 25 से 30 फुट लम्बाई हो चौड़ाई व लम्बाई जादा या कम भी कर सकते है उसके बाद उसमे गोभी के पेड को रोप दे ǀ

बरसात में फूलगोभी की खेती के लिए हमें 1 फुट चौडी मेड मार कर उसपे 1.5 फुट की दुरी पर गोभी के पेड़ की रोपाई करे |

गोभी की रोपाई

गोभी के पेड़ की रोपाई के लिए हमें एक रस्सी की जरुरत पड़ेगी रस्सी में लगभग 18 से 18 इंच की दुरी पर गांठ मार दे 18 से 18 इंच दुरी पर तब तक गांठ मारे जब तक की रस्सी आप के खेत की लम्बाई नहीं तो चौड़ाई के बराबर न हो जाये ǀ

उसके बाद हमें उस रस्सी को खेत के एक सिरे पर लकड़ी से बांध कर लकड़ी को गाड़ दे उसके बाद रस्सी का दूसरा सिरे पर भी लकड़ी बांध के खेत के दुसरे सिरे पर गाड़ दे और उसके बाद जहा जहा रस्सी पर गांठ है वहा वहा एक एक पेड़ गोभी का गाड (रोप) दे |

उसके बाद एक लकड़ी की सहायता से बगल में भी सामान दूरी रखे जिससे पेड़ो के बिच की दुरी सामान रहेगी | उसके बाद हमें पेड़ो को पानी देना पड़ेगा पानी खेत में न भरे सभी पेड़ो को मग की सहायता से पानी दे हमें 3 से 4 समय पानी देना पड़ेगा

जैसे आज गोभी की रोपाई हुई तो उसे आज पानी दे और अगले दिन सुबह को पानी दे फिर साम को भी पानी दे फिर उसकी सुबह को पानी दे उसके बाद आपका पेड़ लग जाएगा |

गोभी की सिचाई

जब गोभी का पेड़ लग जाये तो हमें खेत में 10 से 15 दिन बाद ही पानी भरना चाहिए और हमें पानी हल्का ही भरे जादा पानी भरने से या खेत में जादा देर तक पानी टिके रहने से खेत की मिटटी बैठ जाती है और गोभी का पेड़ की विकास दर घट जाती है

अगर आपके पास समर सेबल है तो आप समर सेबल से पानी का छिड़काव भी कर सकते है पानी का छिडकाव सबसे अच्छा होता है इससे खेत की मिटटी नहीं बैठती है | एक बार जब पेड़ विकासिल हो जाये तो आप उसे समय समय पे पानी दे |

खर पतवार से नियंत्रण

जब आप पानी का छिडकाव करेंगे उसके बाद कुछ दिनों में जब आपकी खेत की मिटटी कोड़ने (खभरने) हो जाये तो उसे 1 से 2 बार कोड दे जिससे आपके खेत का खरपतवार समाप्त हो जाएगा और खेत की नमी बरक़रार रहेगी और खेत की मिटटी मुलायम हो जाएगी इसके बाद हमें एक बार यूरिया और जैविक का मिश्रड गोभी की जड़ो के पास दे के पानी भर दे |

फूल गोभी के रोग

ठण्ड के मौसम में गोभी में सबसे कम रोग लगते है गोभी में अनेक प्रकार के रोग लगते है जैसे (a) कभी कभी पेड़ की पत्तिया सिकुड़ने लगती है (b) कभी कभी आप देखेंगे गोभी का फूल पिला होने लगता है (C) डोला लगना (d) माहो लगना (e) पत्तो पे धब्बे लगना (f) फूल गोभी के निचे से सडन 

आप जब बिज भंडार पर जायेंगे और अपनी समस्या बताएँगे तो वहा से दवा लाकर उसे छिड़क कर उस समस्या का समाधान प्राप्त होगा | क्युकी अलग अलग समय पे अलग अलग दवा का प्रयोग होता है |

फूल गोभी की कटाई

फूल गोभी का फूल जब फूल कर बड़ा हो जाये और जब उसकी पत्तिया फैल जाये तब उसे काट लेना चाहिए नहीतो गोभी में भौहे आ जाएँगी और वो काटकर बेचने लायक नहीं रहेगा हमें फूल गोभी को संभाल के काटना और रखना चाहिए तब तक की जब तक वो बाजार (मंडी) में बिक न जाये |

Leave a Comment