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Patta Gobhi Ki Kheti Kaise Kare

Patta Gobhi Ki Kheti, पत्ता गोभी की खेती कब करें, पत्ता गोभी का बीज कैसे बनता है, पत्ता गोभी की खेती की सभी जानकारी देंगे और उसकी कटाई 

हम यहाँ (patta gobhi ki kheti kaise kare) पत्तागोभी की खेती कैसे और कब करे हम सभी प्रकार की जानकारी देंगे तथा कैसे इसकी कटाई करे |

Patta Gobhi Ki Kheti

पत्ता गोभी की खेती भी फूल गोभी की तरह ही बहुत अच्छी खेती है इसकी खेती हर हम बहुत मुनाफा कमा सकते है पत्ता गोभी जादातर वजन से बेची जाती है पत्ता गोभी वजन में फूल गोभी की अपेक्षा बहुत ही अधिक होती है इसलिए यह जादा मुनाफा देती है और फूल गोभी की अपेक्षा कम दुरी पर रोपी जाती है इसलिय ये कम खेत में जादा होती है | फूल गोभी का उपयोग जादातर चाउमीन में करते है और इसकी सब्जियाँ भी बनाई जाती है |

  1. पत्ता गोभी की खेती कब करें
  2. पत्ता गोभी की नर्सरी कैसे तैयार करे
  3. पत्ता गोभी की रोपाई के लिए खेत तैयार करना
  4. पत्ता गोभी के पेड़ की रोपाई
  5. पत्ता गोभी में खर पतवार से नियन्त्रण
  6. पत्ता गोभी में लगने वाले रोग
  7. पत्ता गोभी कटाने का तरीका और पहचान

फूल गोभी की खेती कब करें

आज के वैज्ञानिक युग में पत्ता गोभी को हम सभी मौसमो में उगा सकते है लेकिन पत्ता गोभी उगाने का मुख्य समय ठंडी तथा गर्मी है  

पत्ता गोभी की नर्सरी कैसे तैयार करे 

पत्ता गोभी का पेड़ तैयार करने के लिए हमें बाजार से हाइब्रिड पत्ता गोभी का बिज ख़रीदे उसके बाद हमें अपने खेत में गोबर की खाद अच्छी तरह डाल कर एक छोटी सी क्यारी तैयार करे | खेत को 2 से 3 बार गोडे (खभर) खर खेत की मिटटी को भुरभुरी कर उसे समतल कर दे |

हम दो प्रकार से गोभी के बिज को डाल सकते है (1) पत्ता गोभी के बिज को खेत में आधा इंच या उससे कम दुरी पर बिज बिज को छिडक कर उसे हल्का कुदाल से कभर दे ताकि बिज मिटटी में मिल जाये हमें खेत को सिर्फ ऊपर ही खभरना चाहिए और उसके बाद खेती को समतल कर दे

अगर आप के खेत में अच्छी नमी है तो खेत में जब बिज जम जाये तब ही उसमे पानी भरे अगर नमी कम हो तो 4 से 5 दिनों में ही पानी भर दे |

(2) पत्ता गोभी के बिज दे खेत में पानी भर दे और उसके बाद जब पानी सुख जाये तब उसमे बिज को आधा इंच या उससे कम दुरी पर छिड़क दे उसके बाद आप अपने खेत की को लोहे की चलनी से चाले उसमे जो महीन भुरभुरी मिटटी मिले उसे बिज के खेत में छिड़क कर सभी बिज को डक दे

इस तरीके में मेहनत जादा होती है लेकिन इसमें बिज का जमाव बराबर तथा जादा होता है कुछ दिनों में बिज जम जायेगा और हमें समय समय पे पानी भरते रहना चाहिए हमें खरपतवार का भी धयान देना चाहिए उसे निकल दे |

पत्ता गोभी की रोपाई के लिए खेत तैयार करना

हमें हमारे खेत को रोपाई के लिए तैयार करना है तो हम अपने खेत को तब ही 1 से 2 बार जोतवा के छोड़ दे जब हम खेत में बिज छीटे इससे हमारे खेत के खरपतवार समाप्त हो जायेंगे और खेत की मिटटी भी सुस्ता लेगी जिससे हमारा खेत ताकतवर हो जायेगा

जब रोपाई करने का समय हो जाये तब हमें खेत में गोबर की खाद डाले और हो सके तो डाई 2 kg पर बिस्से छिडके और उसके बाद हमें खेत को रोटावेटर से जोतवा दे जिससे खाद मिल जाएगी और जो खरपतवार जम रहे है वो समाप्त हो जायेंगे

हमें अपने खेत में लगभग 12 से 13 फुट चौड़ी क्यारी बना कर उसे देखे की क्यारी समतल तो है न अगर ना समतल हो तो उसे समतल कर दे और उसके बाद रोपाई करे |  

पत्ता गोभी के पेड़ की रोपाई

जब पत्ता गोभी का पेड़ 6 से 7 इंच का हो जाये तब उसे उखाड़ कर रोपाई करते है हमें अपने खेत में क्यारी बनाने के बाद हमें एक रस्सी में 1 – 1 फुट की दुरी पर गांठ मर कर या रस्सी में लकड़ी बाध दे और रस्सी को खेत में फैला दे और जहाँ जहाँ लकड़ी या गांठ है

वहां वहां पत्ता गोभी का पेड़ जमीं में खुरपी से गाड दे और फिर रस्सी को 1 फुट बगल घिसका ले और फिट जहा जहा लकड़ी या गांठ है वहा वहा पेड़ गाड़े इस प्रक्रिया को बार बार दोहराए जिससे पेड़ समान दुरी पर गड़ जायेगा

उसके बाद हम चाहे तो पेड़ की जड़ के गड्डे में 3 से 4 समय पानी दे जिससे पेड़ जग जायेगा या तो खेत में पानी पेंटा मैथलिन  नामक दावा 3 से 4 ml पर लीटर मिला कर खेत में छिडक दे जो घास को नहीं जमने देगी उसके बाद पानी भर दे लेकिन हमें पानी हल्का ही भरना चाहिए नहीं तो खेत की मिटटी बैठ जाती है और पेड़ का विकास रुक जाता है |

पत्ता गोभी में खर पतवार से नियन्त्रण

जब गोभी का पेड़ लग जायेगा तो उसके कुछ दिनों बाद अगर खेत में छोटी छोटी घास दिख रही है तो गोभी के पेड़ के जड़ के पास खुरपी से हल्का सा खन दे जिससे घास ख़तम हो जाएगी 

पेड़ के पास की मिटटी भी हलकी हो जाएगी और उसके बाद पुरे खेत को कुदाल से कोड दे जिससे खेत की मिटटी की नमी भी जल्दी नहीं उसेगी और घास भी ख़तम हो जाएगी खेत में पानी तब तक न भरे जब तक की उसमे नमी रहे

पत्ता गोभी में लगने वाले रोग

पत्ता गोभी में कई प्रकार के रोग लगते है जैसे ढोला लगना , पत्ते का ऊपर से सुख जाना , पत्ता गोभी का निचे से सडना , किट फतंगो का लगना , लाही लगना इत्यादि रोग लगते है जिसमे ढोला लगने पे जादा ध्यान देना चाहिए क्युकी ढोला अन्दर ही अन्दर आपके पत्ता गोभी को छेद कर खा जायेंगे और आप को पता भी नहीं चलेगा आपको सभी की दावा बिज भंडार पर आसानी से मिल जाएगी |

पत्ता गोभी कटाने का तरीका और पहचान

पत्ता गोभी काटने लायक है या नहीं आप देख के पता नहीं लगा सकते जब तक की आप पत्ता गोभी के पेड़ को छुवे ना जब हम पत्ता गोभी को कस के दबायेंगे और वह दब गई टो वो काटने लायक नहीं है और वो अभी भी बड सकती है

जब पत्ता गोभी नहीं दबेगी तो वो काटने लायक है उसे अकट ले अगर उसे जादा दिनों के लिए छोड़ देंगे तो वो फट जाएगी और मंडी में बेचने लायक ना रहेगी | हमें इसे आराम से रखना चाहिए नहीतो ये फट जाती है |

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